जोखिम सहनशीलता, समय सीमा और वित्तीय उद्देश्यों पर आधारित होती हैं ।
विशेषज्ञों का मानना है कि “बिना रणनीति के निवेश करना, अंधेरे में तीर चलाने जैसा है” ।
मुख्य निवेश रणनीतियाँ (Core Investment Strategies)
प्रमुख रूप से तीन रणनीतियाँ सबसे अधिक प्रचलित हैं:
- मूल्य निवेश (Value Investing): यह रणनीति बेंजामिन ग्राहम और उनके शिष्य वॉरेन बफेट द्वारा लोकप्रिय बनाई गई है । इसका सिद्धांत है कि ऐसे शेयरों को खरीदा जाए जो उनके आंतरिक मूल्य (Intrinsic Value) से कम पर कारोबार कर रहे हों । वॉरेन बफेट की सलाह है कि “उत्कृष्ट कंपनी को उचित मूल्य पर खरीदना, एक उचित कंपनी को उत्कृष्ट मूल्य पर खरीदने से बेहतर है” ।
- विकास निवेश (Growth Investing): यह उन कंपनियों पर केंद्रित है जिनके राजस्व और लाभ में तेज़ी से वृद्धि होने की उम्मीद है । इन कंपनियों में अक्सर उच्च P/E अनुपात होते हैं, क्योंकि निवेशक भविष्य में उच्च लाभ के लिए प्रीमियम का भुगतान करने को तैयार होते हैं । थॉमस रोपर को “ग्रोथ इन्वेस्टिंग का पिता” माना जाता है ।
- निष्क्रिय निवेश (Passive Investing)/इंडेक्सिंग: यह एक विशिष्ट बाजार सूचकांक (Market Index) के प्रदर्शन को दोहराने का प्रयास है, जिसके लिए इंडेक्स फंड (Index Funds) और ETFs का उपयोग किया जाता है । यह रणनीति सक्रिय रूप से प्रबंधित फंडों की तुलना में बहुत कम लागत वाली होती है । जॉन बोगल इस रणनीति के सबसे बड़े प्रस्तावक थे; उनका मानना था कि अधिकांश सक्रिय फंड लंबी अवधि में बाजार को नहीं हरा सकते हैं ।
जोखिम और लक्ष्य-आधारित रणनीतियाँ
- परिसंपत्ति आवंटन (Asset Allocation): यह निवेश की विभिन्न श्रेणियों (इक्विटी, डेट, नकद) में पूंजी को विभाजित करने पर केंद्रित एक मूल और महत्वपूर्ण रणनीति है । इसका आधार निवेशक की आयु और जोखिम सहनशीलता है । युवा निवेशक इक्विटी में अधिक और सेवानिवृत्ति के करीब निवेशक डेट और नकद में अधिक आवंटन करते हैं ।
- व्यवस्थित निवेश योजना (SIP): यह एक अनुशासन-आधारित रणनीति है, जिसमें निश्चित अंतराल पर (जैसे मासिक) एक निश्चित राशि का निवेश किया जाता है । इसका सबसे बड़ा लाभ रुपये की औसत लागत (Rupee Cost Averaging) है, जो बाज़ार के उतार-चढ़ाव के जोखिम को कम करता है ।
वित्तीय विशेषज्ञों की प्रमुख राय
- वॉरेन बफेट: सलाह देते हैं कि उन व्यवसायों में निवेश करें जिन्हें एक स्थायी प्रतिस्पर्धात्मक लाभ (“आर्थिक खाई”) प्राप्त है ।
- उनका सूत्र है: “जब लालच है तो डरो, और जब डर है तो लालची बनो” ।
- जॉन बोगल: मानते हैं कि निवेशकों का सबसे बड़ा दुश्मन खर्च (Expenses) और भावनाएं (Emotions) हैं ।
- उनकी सलाह है कि कम लागत वाले, व्यापक रूप से विविधीकृत इंडेक्स फंडों में निवेश करें ।
- पीटर लिंच: सलाह देते हैं कि अपने दैनिक जीवन के अवलोकन (Observations) का उपयोग करें और उन कंपनियों में निवेश करें जिनकी कहानी आप अपनी समझ के स्तर पर बता सकते हैं ।
सफल रणनीति के लिए चरण
सफलता के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण आवश्यक है:
- लक्ष्य निर्धारण: घर, शिक्षा या सेवानिवृत्ति के लिए अपनी समय सीमा स्पष्ट करें ।
- जोखिम प्रोफाइलिंग: अपनी जोखिम सहनशीलता को समझें ।
- विविधीकरण (Diversification): केवल एक स्टॉक या क्षेत्र पर निर्भर न रहें; विभिन्न एसेट क्लास, सेक्टरों और भौगोलिक क्षेत्रों में निवेश करें ।
- नियमित पुनर्संतुलन (Rebalancing): वर्ष में एक बार पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और उसे अपने मूल आवंटन पर वापस लाएँ। यह अनुशासित तरीके से मुनाफा बुक करने में मदद करता है ।
निष्कर्ष यह है कि निवेश केवल पैसे लगाने का नाम नहीं है, बल्कि सोच, धैर्य और अनुशासन का खेल है ।